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व्यंग्यात्मक

    जाते-जवाते – ‘पाप’ का ‘प्रायश्चित’ कर लीजिए ‘प्रधानजी’.!!

    उत्तर प्रदेश के विभिन्न गांवों से 'प्रधानजी' की विदाई का साईत-सुदिन करीबन घोषित हो चुका है. दीपावली में दीपक के ऊँजाले के साथ नई...

    अब चिल्लहट मचाये का फायदा…बंद रहल अंग्रेजी बोतल क दुकान, स्टाक हो गइल खाली.!!

    यूपी में भईआ रसूखदारी चटकी रहइअ चाहेअ बसी, जुगाड़-पानी त अपनऊ फिट्ट होइअ जा थ....कोरोना महामारी में सेनिटाइजरिंग क जरूरत रही त, अल्कोहल सेनिटाइजरिंग...

    परदेशी’ त…..ना ‘घर’ के, ना ‘घाट’ के, ‘गांव’ में ‘बिरना मौसी’ क ‘बेटवा’, खुश...

    परदेशी लोगन क बड़ी इज्जत अऊर सम्मान होत रहा लेकिन जमाना के साथ बहुत कुछू बदली गवा...अब त बचा-खूचा 'कोरोना' मसकता. हालत ई बा...

    मंगरूलाल कह रहे, दो-चार पैकेट दीजिये…

    दिल को खटके,                    जरा हटके…         💘💘💘💘💘 दीजिये झोला भरिके, चावल-सब्जी आटा ग्राहक देवता' नाराज, भूज रहें सिर्फ भाटा भूज रहें सिर्फ...

    धूम्रपान सामग्री पहुंचे, भले हो लाॅकडाउन…

    दिल को खटके,                    जरा हटके…         💘💘💘💘💘 लॉकडाउन में दरवाजा, खिड़की भी है बंद समाजसेवी बने व्यापारी, धंधा खातिर चंद धंधा खातिर...