भदोही जनपद के 168 ईंट भट्ठे सहित इन 5 जिलों से 1200 ईंट भट्ठे होगें बंद.!!, जानिए यह कारण…

भदोही जनपद के 168 ईंट भट्ठे सहित वाराणसी के 270, जौनपुर के 362, गाजीपुर के 299 और चंदौली के 101 ईंट भट्ठो पर शासनिक अधिकारियों ने नजर टेढ़ी कर दी है, जिनके पास प्रदूषण नियंत्रण विभाग की एनओसी भी नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रदूषण नियंत्रण मानकों का पालन नहीं करने वाले 1200 ईंट-भट्ठे बंद होंगे। शासन ने ज्यादा कार्बन उत्सर्जन करने वाले पुराने पद्धति से चल रहे भट्ठों को बंद करने का आदेश जारी किया है। शासन के पत्र के बाद क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कार्रवाई शुरू कर दी है। अपर मुख्य सचिव मनोज सिंह की ओर से मानकों का पालन नहीं करने वाले भट्ठों को बंद करने के निर्देश जारी किए गए हैं। पुलिस आयुक्त, जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को कार्रवाई के लिए पत्र भेजा है। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुख्य पर्यावरण अधिकारी ने बनारस के 270 भट्ठाें समेत पांच जिलों र्के 1200 इंट-भट्ठों की सूची जारी की है। अक्तूबर, नवंबर से सभी भट्ठों पर लीगल नोटिस भी चस्पा की जाएगी। मानकों का पालन करने वालों को लीगल ओपिनियन के बाद मौका दिया जाएगा।

पीएनजी से चलेंर्गे ईंट-भट्ठे – शासन की मंशा है कि र्जो इंट-भट्ठे संचालित होंगे, वह एनजीटी की गाइडलाइन के अनुसार नए मानकों पर होंगे। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को इन सभी मानकों का पालन सुनिश्चित कराने के बाद ही संचालन की अनुमति देनी होगी। अब सर्भी इंट-भट्ठों को पीएनजी गैस से संचालित किया जाना है। बनारस में भी कुर्छ इंट-भट्ठा मालिकों ने इसकी शुरुआत कर दी है। नई तकनीकी से चलने वार्ले इंट-भट्ठों से पर्यावरण प्रदूषण कम होने के साथ ही प्राकृतिक संसाधनों का दोहन बंद हो जाएगा।

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