- लाखों रूपये से बने औराई बस स्टैंड पर है समस्याओं की भरमार…..
- भदोही में एक ऐसा बस स्टैंड जहां नही जाती है बसें….
- भदोही के इस बस स्टैंड पर बस की जगह टेम्पो की लगती है लाइन…
- भदोही के इस बस स्टैंड पर गेट तो तीन लेकिन प्रयोग में एक भी नही…
- मुख्यमंत्री ने बीते 31 दिसंबर 2020 को किया था इस बस स्टैंड का लोकार्पण…
- 223 लाख से बने औराई बस स्टैंड पर है दिक्कतों की भरमार…
- दो लिपिक और तीन गार्ड के सहारे चल रहा है बस स्टैंड…
भले ही सरकार परिवहन की व्यवस्था को सुचारू ढंग से संचालित के लिए जगह जगह परिवहन विभाग बस स्टैंड की व्यवस्था की है। लेकिन कही-कही ऐसे नजारा देखने को मिलता है कि सरकार द्वारा खर्च किये गये लाखों रूपये के बाद भी यात्रियों के लिए उन सभी सुविधाओं से दो-चार होना पड़ता है. स्थानीय विधायक भी ऐसी जनसुविधाओं को सिर्फ गिनाकर वोट बटोरनें तक सीमित हैं लेकिन उसे सुचारू शुभारंभ करवाने के बजाय कुंभकर्णी नींद सोए हैं।
एक ऐसा ही मामला भदोही जिले के औराई में स्थित बस स्टैंड पर देखने को मिलता है, जहां करीब ढाई सौ लाख की लागत से बना बस स्टैंड आज भी अपनी दुर्व्यवस्था पर आंसू बहा है। औराई भदोही जिले का एक ऐसा जगह है जहां न केवल कई जिले बल्कि कई राज्यों के लिए लोगो का आने-जाने का मार्ग है। और औराई में बना बस स्टैंड पर अब भी कई समस्या मुंह बाये खड़ी है। इस बस स्टैंड पर तीन गेट बने है लेकिन तीनों में से एक भी गेट से कोई भी बस बस स्टैंड परिसर में नही जा सकती है। इसकी मुख्य वजह यह है कि दो गेट में प्रवेश करते समय सड़क सामान्य से अधिक ऊची है जिससे बस परिसर में प्रवेश करने पर पलटने की आशंका रहती है। तथा पुर्वी गेट से बसों का आवागमन इसलिए नही हो पाता क्योकि वहां एकदम गेट के पास ही दुर्घटनाग्रस्त गाडियां खडी की गई है। जिससे तीन गेट होने के बावजूद भी परिसर में बसों का प्रवेश नही होता है।
मानते है कि बस न परिसर में जा सके तो ठीक है लेकिन यदि यात्री चाहे कि कुछ चाय पानी हो जाये तो इस जगह पर कैंटिन की व्यवस्था नही है। रही बात सादा पानी की तो इस बस स्टैंड पर लगे नल का पानी भी पीना बीमारियों को बढावा देना है क्योकि जब से बस स्टैंड बना है तब से बस स्टैंड के छत पर रखी गई पानी की टंकियों की सफाई नही हुई है। साथ जिस छत पर टंकी रखी है उस छत की भी सफाई नही हो पाती है। जिससे छत पर पानी का फैलना, पाइप का लीकेज होना इत्यादि पता नही चल पाता है। इसकी मुख्य वजह यह है कि छत पर चढने के लिए न तो सीढी बनी है और न ही कोई सीढी है जिसे लगाकर छत पर चढा जा सके और छत और टंकी की सफाई हो सके।
औराई बस स्टैंड पर जो पुरूष और महिला के लिए प्रसाधन कक्ष बने है वे ढके नही गये है। पुरूष प्रसाधन कक्ष के पास बारिश का पानी आने से करेंट की भी संभावना बनी रहती है। तथा महिलाओ के लिए प्रसाधन कक्ष भी खुला है और वह कक्ष एकदम उत्तरी तरफ बना है जहां स्टैंड परिसर से सटा आवास है जिससे महिलाओ को प्रसाधन कक्ष में जाने से दिक्कत होती है। मालूम हो कि औराई बस स्टैंड पर रोज लगभग पांच दर्जन बसे प्रयागराज से वाराणसी के तरफ जाती है। जहां पर देखा जाता है कि बसे परिसर में न आकर जीटी रोड पर खडी होकर यात्रियों को उतारती या चढाती है। बस स्टैंड पर बस एक भी नही जबकि कई टेम्पो खडी देखी जा सकती है। परिसर मे सरकारी कम निजी लोग ज्यादा लाभ ले रहे है।
औराई बस स्टैंड पर तैनात लिपिक बाले शुक्ला ने बताया कि बस स्टैंड की जो भी समस्या है उसे अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है। और जैसे ही शासन का दिशा निर्देश आयेगा बस स्टैंड की समस्याओं के समाधान के लिए त्वरित कार्य होगा। कहा कि तीन माह पहले ही इस बस स्टैंड को हस्तांतरित किया है और जो भी दिक्कत है उसे जल्द सही करने का प्रयास किया जा रहा है। बाले शुक्ला ने बताया कि बस स्टैंड पर छायादार वृक्ष लगाने के लिए भी संबंधित लोगो से बात हो गई है। शीघ्र ही यात्रियों को छांव मिले इसके लिए वृक्षारोपण किया जायेगा। इसकी शुरूआत बीते 5 जून को कर दी गई।