देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के लोग सौतेला व्यवहार पसंद नहीं करते, जिसके कारण यहां मुखर रूप से न्याय-हक की आवाज उठती रहती है. इन दिनों वैक्सीनेशन को लेकर भी शोर-शराबा है, जिसे लेकर मोर्चा कांग्रेसियों ने खोल दिया है।
  गौरतलब है कि मुंबई काँग्रेस की विभिन्न इकाइयों ने सब्र का बांध टूटते ही अब मोर्चाबंदी शुरू कर दिया है. एक ऐसा ही मोर्चा पश्चिमी उपनगर के गोरेगांव में निकला, जिसके माध्यम से कांग्रेस की विभिन्न इकाइयों के प्रमुख व महासचिव तक ने वैक्सीनेशन की जनसमस्या के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कोरोना से जूझ रहे मुंबईकरों के लिए जहां वैक्सीन की किल्लत के खिलाफ मोदी सरकार को आगाह किया, वहीं सवाल उठाया कि “मोदीजी हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश क्यों भेज दिया.??” जगजाहिर है कि महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार नहीं है, जिसके कारण केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार द्वारा सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. ऐसा आरोप महाराष्ट्र के मंत्रीगण भी लगाते रहे हैं। मुंबई कांग्रेस के महासचिव सुर्यकांत मिश्रा के नेतृत्व में निकले इस मोर्चे में कई कांग्रेसी दिग्गज नेताओं के साथ स्थानीय पदाधिकारी व सैकड़ो कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।