भदोही जनपद में भ्रष्टाचार व लापरवाही का चोली-दामन का साथ है, जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण एफसीआई गोदाम पर देखने को मिला. पहली ही बरसात में गेहूं ऐसे भिगते नजर आए, जैसे उन्हें सजाया ही इसीलिए गया हो।

गौरतलब है कि भदोही जनपद में पहले किसानों को नम्बर के नाम पर दौड़ाया जाता है, उसके बाद कुछ ‘दक्षिणा’ लेने के बाद उनका नम्बर लगाया जाता है। इसके बाद जो होता है, उसे जानकर सिर चकरा उठेगा। बताते चलें कि औराई विकास खंड के अन्तर्गत आने वाले उगापुर एफसीआई गोदाम पर इस समय गेहू खरीद केंद्र मातहत हजारों क्विंटल गेहूं खूले में पड़ा हुआ है। गेहूं के लॉट के नीचे ‘दो से तीन इंच’ पानी जमा है. इसका कारण जब इस पत्रकार द्वारा पूछा गया तो बेतुका बयानबाजी होने लगा….और यह भी कहा गया कि किसान जबरन यहां लाकर गेहूं गिरा देते है। अब सवाल यह उठता है कि किसान परेशान होता है कि उसका नम्बर लग जाए, जब वो किसी प्रकार से नम्बर लगा लेता है तो उसके अनाज के लिए व्यवस्था क्यों नहीं है. आखिर क्यों किसानों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। आलम् यह है कि संबंधित विभाग के अधिकारी अपनी गलती न मानते हुए मासूम किसानों पर ही दोष मढ़कर इतिश्री कर लेते है। बता दे की क्रय केंद्रों पर किसानों को इस कदर परेशान कर दिया जाता है कि वो बेचारे बिचौलियों को अपनी फसल बेचने पर विवश हो जाते है। बिचौलिए और अधिकारियों के मध्य में भी चोली-दामन जैसा गहरा साथ हो गया है, जिससे मोटी कमाई के चक्कर में किसानों की बलि चढ़ायी जा रही है।