ग्राम प्रधान पद के लिए चुनावी बिगुल बजते ही प्रत्याशियों में आपसी होड़ मची है, मतदाताओं में भी लोकतांत्रिक उत्साह दिख रहा है. इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि घरेलू दबाव में भी वोट इकट्ठा कहीं नहीं पड़ेगा. शायद यही कारण है कि अकोढ़ा में धर्मेंद्र त्रिपाठी उर्फ ‘राजित महराज’ का नाम होली के दिन भी गूंज उठा।
गौरतलब है कि भदोही जनपद अंतर्गत तहसील ज्ञानपुर के विभिन्न गांवों में भी सार्वजनिक आयोजन तो नहीं हुआ लेकिन घरेलू होली में युवा मदमस्त नजर आए. कुछ ऐसा ही नजारा अकोढ़ा गांव का था, जहां चर्चा है कि कुछ सुपारीबाज ब्राम्हण वोट का सौदागर बनकर एक तरफा वोट पलटनें की तैयारी में हैं. फिर भी युवा वर्ग व महिलाएं इस बार किसी के इशारे पर कठपुतली बनने को तैयार नहीं. होली के हुड़दंग में भी अकोढ़ा बूथ अध्यक्ष रहे भाजपा के वर्तमान मंडल मंत्री धर्मेंद्र त्रिपाठी (राजित महराज) नहीं पिछड़े. उन्होंने विभिन्न बस्तियों में होली की शुभकामनाएं देकर अपनी जीत सुनिश्चित करने की अपील की. चूंकि अकोढ़ा के विभिन्न सार्वजनिक धार्मिक स्थलों के जिर्णोद्धार सहित धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजनों में युवाओं के साथ ‘कंधे से कंधा’ मिलाकर कार्य किया, जिससे ललही-छठ पूजन सहित अन्य धार्मिक पुजापाठ में भी माताओं-बहनों को सहूलियत मिली. खैर…इसी दौरान जब धर्मेंद्र त्रिपाठी पाठक बस्ती में पहुंचे तो, मानिए धर्म की आवाज सी गूंज उठी हो. यहां वर्तमान के युवा ही नहीं बल्कि भविष्य के मतदाताओं ने भी नारा लगा दिया कि “बच्चा-बच्चा किए आगाज, अबकी सिर्फ ‘राजित महराज’.!!”
भदोही के इस गांव में इन्हें मिल रहा जनसमर्थन, जानिए भावी ग्राम प्रधान कौन.?