महाराष्ट्र के मुंबई सहित विभिन्न जिलों में धीरे-धीरे कोरोना काल से पसरे सन्नाटे में ऊँजाले की किरण बिखरने लगी है. ‘मिशन विगन अगेन’ से राज्य सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग के साथ दुकानें खोलने की अनुमति निर्धारित समय के साथ दे दी है. अब सभी दुकानें भले ही धंधा-मंदा है लेकिन सज उठी हैं. ऐसे में नाश्ताघर-होटल वगैरह भी पार्सल योजना पर चल रहे हैं लेकिन 6 महीनें से बंदी पड़ी पान की दुकानों को गुलजार करने हेतु शासनिक-प्रशासनिक अनुमति अभी नहीं मिली है…✍️
गौरतलब है कि थाना जिले में कल्याण-डोम्बिवली हो या उल्हासनगर (कोविड 19) के कारण घोषित लॉकडाउन में नगर के पान की दुकानें पिछले 6 माह से बंद हैं, जिससे से विक्रेताओं को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में व्यवसाय शुरू करने की अनुमति के लिए ‘कल्याण-डोम्बिवली ग्रामीण पान-बीड़ी ब्यापारी संघटना’ के अध्यक्ष धनन्जय तिवारी व हिंदीभाषी जनता परिषद् के अध्यक्ष पं. विश्वनाथ दुबे ने सासंद श्रीकांत शिंदे को ज्ञापन देते हुए जल्द से जल्द पान को भी खुलवाने की मांग की। पं. विश्वनाथ दुबे के नेतृत्व में कल्याण सांसद श्रीकांत शिंदे को निवेदन देते हुए संघटना द्वारा कहा गया कि मुम्बई सहित अन्य क्षेत्रों में पान की दुकानों को शासन ने खोलने की परमिशन दे दी है, वहीं उल्हासनगर व कल्याण-डोंबीवली में पान बीड़ी की दुकानों को खोलने की परमिशन नही मिलने के कारण परिवार में भूखमरी की नॉबत आ गई है। प्रत्येक दुकानदार के साथ लगभग 4-5 सदस्यों का परिवार जुड़ा है। व्यवसाय बंद होने से परिवार पर आर्थिक संकट आ गया है। ऐसे में व्यवसाय फिर से शुरू करने की अनुमति देने की मांग की गई। फिर क्या था…आखिरी में चलते-चलते भी पं. विश्वनाथ दुबे बोल पड़े कि…धीरे-धीरे सजने लगी हैं दुकानें, सांसद साहब…जल्द पान की दुकान भी खुलवाइए।
क्या है हाल – डोम्बिवली के प्रसिद्ध पान व्यापारी शशिधर शुक्ला जहां लाॅकडाऊन के शुरूआती दौर में प्रवासियों को अन्न वितरण व गांव पहुंचाने में बतौर समाजसेवी सहयोग किए, वहीं अब ठप्प पड़े कारोबार के कारण पूरे परिवार के साथ यूपी पलायन कर गए हैं. फिलहाल जब तक पान की दुकानें नही खुलती हैं, तब तक उन्होंने अपने गाँव में ही मजबूरन रहने का निर्णय किया है। इसी तरह डोम्बिवली घंटा पान भंडार, उल्हासनगर के सेंट्रल हॉस्पिटल परिसर के एम.पी.पान, जे.पी.पान, अम्बिका पान, हीरा पान जैसी सुप्रसिद्ध दुकानों पर जहाँ पान शौकीनों की महफ़िल सजी रहती थी, वहां अंधेरा पसरा हुआ है।
खैर…सासंद श्रीकांत शिंदे साहब ने ज्ञापन स्वीकारनें के बाद (कोविड-19) नियमों के तहत सतर्कता पालन में पान की दुकानों को खोलने की मांग पर जल्द ही शासनिक अनुमति दिलवाने का आश्वासन दिया, जिसके बाद जहां ‘डोम्बिवली ग्रामीण पान-बीड़ी ब्यापारी संघटना’ के अध्यक्ष धनन्जय तिवारी ने आभार प्रकट किया, वहीं पदाधिकारी शशि भूषण दुबे, नंदलाल चौबे (घण्टा पानवाले) सहित अन्य पान विक्रेता उपस्थित थे।