कल्याण :- डोंबिवली के एमआयडीसी इलाके में एक कपड़ा मिल की तीसरी मंजिल से गिरकर एक मजदूर की मौत हो गई. जिस कंपनी में हादसा हुआ उसका नाम नवजीवन डाइंग है। इस दर्द विदारक घटना के बाद भी लापरवाह कंपनी संचालक मानवता बतौर जागने का तैैैयार नहीं हैै, जिसके कारण आक्रोश फैलता नजर आ रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ओमकार गुप्ता (36) जब कंपनी में काम कर रहा था, तभी ट्रॉली में ग्रे कपड़ा लेकर वो नीचे रखने जा रहा था. उसी दौरान खुले हुए लिफ्ट की जगह में कपड़े की ट्राली वेब पलट गई. उसके साथ वह भी तीसरी मंजिल से नीचे गिर गया. मृतक ओमकार गुप्ता दो बच्चों का पिता है, जिसमें लड़का शिवम 6 वर्ष, लड़की दिया 4 वर्ष की है. उसके साथ काम करने वाले मजदूरों का आरोप है की यह घटना 8 बजे की है और उसी समय ओमकार की मृत्यु हो गई थी. लेकिन नवजीवन डाइंग कंपनी वाले ने अपने आप को बचाने के लिए उनको डोंबिवली के शिवम हॉस्पिटल भर्ती करा दिया ताकि यह साबित हो कि मौत उनकी कंपनी में नहीं हुई थी। राष्ट्रवादी युवक काँग्रेस (उत्तर भारतीय सेल) के ग्रामीण अध्यक्ष सुनील सिंह ने नवजीवन डाइंग कम्पनी में अपने कार्यकर्ता और मीडिया कर्मियों के साथ खुद जाकर वहाँ पर मैनेजर और कॉन्टेक्टर विनोद तिवारी से मिलकर बात करने का प्रयास किया लेकिन वहाँ पर कम्पनी की तरफ से बात करने के लिए कोई सामने नही आया, जब उनका मोबाईल नंम्बर मांगा तो कंपनी के लोगो ने गलत नंबर देकर दिशा भूल किया। श्रीसिंह ने मृतक के परिवार को सांत्वना-आश्वाशन दिया है कि अगर आप को न्याय नही मिला तो आंदोलन का रास्ता उनकी टीम अपनाएगी। आश्चर्यजनक बात यह है कि इतनी बड़ी कंपनी की लापरवाही सामने आने के बाद भी अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नही हुई है। एमआयडीसी में एक व्यक्ति ने अपना नाम ना बताने की शर्त पर बताया कि यहाँ पर जितने भी कॉन्टेक्टर है उनके पास लाइसेंस नही है लेकिन उनको प्रशासन का जरा भी डर नही है। आए दिन ऐसी घटनाए होतीं रहती है। फिलहाल नजरें शासनिक-प्रशासनिक अधिकारियों पर टिकी है कि मौत के बाद पीड़ित परिवार को न्याय दिलवाने के लिए क्या कार्यवाही होती है।
